Budh Pradosh Vrat Katha -बुध प्रदोष व्रत कथा
एक पुरुष का नया-नया विवाह हुआ। विवाह के दो दिनों बाद उसकी पत्नी मायके चली गई। कुछ दिनों के बाद वह पुरुष पत्नी को...
एक पुरुष का नया-नया विवाह हुआ। विवाह के दो दिनों बाद उसकी पत्नी मायके चली गई। कुछ दिनों के बाद वह पुरुष पत्नी को...
उज्जैन में भूखी माता नाम की इस देवी की कहानी सम्राट विक्रमादित्य के राजा बनने की किंवदंती से जुड़ी है। ऐसी मान्यता थी कि...
अम्बावती नगर में चारूदत्त नामक एक बराह्मण अपनी पत्नी के साथ रहता था।वह बहुत गरीब था।इसलिए भिक्शा माग कर अपनी गुजर बसर करता था।वह...
यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है। इस पर्व का प्रमुख लक्ष्य भाई–बहन के पावन सम्बन्ध तथा प्रेम–भाव की स्थापना...
एक बार भगवान विष्णु जी शेषनाग पर बेठे बेठे बोर होगये, ओर उन्होने धरती पर घुमने का विचार मन मै किया, वेसे भी कई...
शीश गंग अर्धंग पार्वती नंदी भृंगी नृत्य करत है” शिव स्तुति में आये इस भृंगी नाम को आप सब ने जरुर ही सुना होगा।...
एक बार देवी पार्वती ने देवों के देव महादेव से पूछा, ऐसा क्यों है कि आप अजर हैं, अमर हैं लेकिन मुझे हर जन्म...
त्रेता युग में एक दिन महाराज मांधाता ने ब्रह्मर्षि वशिष्टजी से आग्रह किया – है मुनिवर ! यदि आप मुझ से प्रसन्न हैं तो...
एक साहुकार के सात बेटे, सात बहुएँ एंव एक कन्या थी। उसकी बहुए कार्तिक कृष्ण अष्टमी को अहोई माता के पूजन के लिए जंगल...
प्राचीनकाल में झाँसी के पास दतिया नामक नगर में चन्द्रभान नामक साहूकार रहता था। उसकी चन्द्रिका बहुत सुन्दर सुशिल और सर्वगुण सम्पन्न सती साघवी...